साईं के पुलिस से लुका-छिपी के 58 दिन
दो बहनों से यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी नारायण साईं एक व्यक्ति से बात करने के लिए एक सिम कार्ड प्रयोग करता था। नारायण को जिससे बात करनी होती थी, वह उसे खुद फोन करता था। उसके पास किसी का फोन नहीं आता था।
पुलिस के अनुसार, नारायण साईं के पास 27 सिम और छह मोबाइल फोन मिले हैं। इनमें से एक फोन खुला रखता था जबकि बाकी बंद रहते थे। नारायण के पास मिले सिम ज्यादातर रिलायंस कंपनी के हैं।
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पुलिस के अनुसार, आसाराम के आश्रम से जुड़े एक व्यक्ति के चलते नारायण दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा। यह व्यक्ति उसके चालक रमेश मल्होत्रा के संपर्क में था।
नारायण ने बताया कि पिता को बचाने के लिए वह पुलिस से छुप रहा था। उसकी योजना थी कि पहले उसके पिता की जमानत हो जाए, इसके बाद वह पुलिस के सामने सरेंडर कर देगा।
पुलिस के अनुसार, नारायण ने पिता के केस से जुड़े मामले और वकीलों आदि से बात करने के लिए सिम ले रखे थे।
पुलिस के अनुसार, नारायण साईं के पास 27 सिम और छह मोबाइल फोन मिले हैं। इनमें से एक फोन खुला रखता था जबकि बाकी बंद रहते थे। नारायण के पास मिले सिम ज्यादातर रिलायंस कंपनी के हैं।
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पुलिस के अनुसार, आसाराम के आश्रम से जुड़े एक व्यक्ति के चलते नारायण दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा। यह व्यक्ति उसके चालक रमेश मल्होत्रा के संपर्क में था।
नारायण ने बताया कि पिता को बचाने के लिए वह पुलिस से छुप रहा था। उसकी योजना थी कि पहले उसके पिता की जमानत हो जाए, इसके बाद वह पुलिस के सामने सरेंडर कर देगा।
पुलिस के अनुसार, नारायण ने पिता के केस से जुड़े मामले और वकीलों आदि से बात करने के लिए सिम ले रखे थे।
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