Saturday 2 March 2013

पेट्रोल के बाद डीजल भी हुआ महंगा

diesel
नई दिल्ली।। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के बाद डीजल के दाम भी बढ़ा दिए हैं। शनिवार को थोक खरीदारों के लिए डीजल के दामों में 1 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी गई। हालांकि राहत देने वाली खबर यह है कि बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर 37. 50 पैसे सस्ते हो गए हैं। पेट्रोल पंपों पर बिकने वाले डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी आम बजट में डीजल पर सब्सिडी कम करने की बात कही थी।

सरकार ने इस साल जनवरी में पब्लिक सेक्टर की तेल कंपनियों को थोक में डीजल लेने वाले ग्राहकों को बाजार भाव पर फ्यूल बेचने की इजाजत दी है। इस फैसले के मद्देनजर तेल कंपनियां रक्षा, रेलवे तथा राज्य परिवहन निगम जैसे थोक उपभोक्ताओं को डीजल 58.58 रुपये प्रति लीटर बेचती हैं। वहीं दिल्ली में पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को डीजल 48.16 रुपये लीटर मिलता है। सूत्रों ने कहा कि तेल कंपनियों ने थोक उपभोक्ताओं के लिए डीजल का दाम 94 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया। इसमें स्थानीय कर या वैट शामिल नहीं है। उपभोक्ताओं पर वास्तविक बढ़ोतरी 1.25 रुपये प्रति लीटर तक होगी। इंटरनैशनल मार्केट में तेल के दाम में बढ़ोतरी के मद्देनजर थोक ग्राहकों के लिए डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं। साथ ही तेल कंपनियों ने बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस के दाम 37.50 रुपये प्रति सिलेंडर घटा दिए हैं। इससे बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलिंडर का दाम 904.50 रुपये हो गया है।

जानकारों का कहना है कि थोक डीजल का दाम बढ़ाने का असर सीधे आम जनता पर बढ़ेगा क्योंकि इससे बसों का किराया बढ़ेगा। जेनरेटर से जो पावर बैकअप मिलता है, उसके लिए लोगों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। किसानों को पंपसेट चलाने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी। डीजल के दामों में इस बढ़ोतरी पर बीजेपी ने कहा है कि सरकार अब आम आदमी को कंगाल बनाने पर उतर चुकी है।

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