धौनी ने कहा, यह मुश्किल हो जाता है। आप अपने आप से सवाल पूछने लगते हो। यही एक प्रमाण है कि हम सभी इंसान हैं और जो लोग यह कहते हैं कि हार और असफलता से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, वह झूठ बोल रहे होते हैं। अगर आप खराब दौर से गुजर रहे हों तो यह होना लाजमी है। आप दबाव महसूस करते हो लेकिन दिन के अंत में आप अपने देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हो। ऐसे मौकों पर आपके पास सिर्फ एक विकल्प होता है, कि अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें और नाकारात्मक विचारधारा से बचें। एक इंसान के तौर पर हम इतने विकासशील इसलिए होते हैं क्योंकि हमारे स्वभाव में उत्सुकता और संवेदनशीलता मौजूद है। पूर्व कप्तान गांगुली की 21 टेस्ट जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ 22वीं टेस्ट जीत के साथ सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान बन जाने की बात पर धौनी ने कहा, मुझे लगता है कि इसे बेमतलब का तूल दिया जा रहा है क्योंकि मैं जिस तरह से ड्रेसिंग रूम का माहौल देख रहा हूं, उससे यही जाहिर होता है कि खिलाडि़यों को अब कोई मतलब नहीं कि किसने कितने मैच जीते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि हम टेस्ट मैच जीतें। हम जितना फॉर्म में रहेंगे उतना ही टीम के लिए अच्छा है। आंकड़े हमारे लिए कोई मायने नहीं रखते।
हरभजन सिंह के फॉर्म के बारे में धौनी ने कहा, भज्जी ने सुधार दिखाया है। लोग इंग्लैंड के खिलाफ उसके प्रदर्शन से खुश नहीं थे और मैं भी उसे ज्यादा ओवर नहीं दे पा रहा था। यह तब होता ही है जब आपके पास तीन स्पिनर मौजूद हों, एक का कम इस्तेमाल होना लाजमी है। इसके बाद भज्जी का सौवां टेस्ट आया और वह बेहद दबाव में भी थे। उन्होंने फिर भी चेन्नई में दूसरी पारी में अच्छी गेंदबाजी की। चेतेश्वर पुजारा ने हाल में कहा था कि उनको लगता है कि उनका असल टेस्ट दक्षिण अफ्रीका की तेज पिचों पर होगा, तो इस पर कप्तान धौनी ने चुटकी लेते हुए कहा, वह टीवी बहुत देखता है, और वहां यही सब कहते हैं। हां, मुझे लगता है कि उसके भी जरूर कुछ लक्ष्य होंगे लेकिन फिलहाल मेरे मुताबिक उसे अपने खेल का मजा लेना चाहिए और हमें भी उसे अकेला छोड़ देना चाहिए ताकि वह मौजूदा लम्हे का आनंद उठा सके और मुझे पूरा भरोसा है कि आगे भी खूब रन बनाएगा।
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